जानी राखे यो धर्न धारी हिंड्ने मान्छेकै जात
थाहा छ गर्दै कर्म नामी किड्ने मान्छेकै जात
उहिल्यै मान्छे अंङ छोप्थे व्रिछ बोक्रा पातले
नाङ्गै छ आज शर्म फाली हिंड्ने मान्छेकै जात
मानव सभ्यतासङै त्यो पाप कार्य बढ्दो छ
लाजै मर्नु भो धर्म साटी हिंड्ने मान्छेकै जात
हाड बिनाको जिब्रो लडबडियो अन्तै भनी
सत्य मेवको अर्थ सारी हिंड्ने मान्छेकै जात
हात बाड्दै पर्म हाली हिंड्ने मान्छेकै जात
